सोचिए क्या होता यदि आपको इंटरनेट पर मौजूद एक एक वेबसाइट पर जाकर अपने काम से संबंधित किसी जानकारी को हासिल करना होता? शायद हमें यह भी पता ना चल पाता की वेब पर मौजूद असीमित सामग्री और लाखों-करोड़ों वेब पेज में कौन सी जानकारी सबसे सटीक है !
इस तरह किसी जानकारी को खोज पाना करीब-करीब नामुमकिन होता ! शुक्र है कि गूगल ने अपना रैंकिंग सिस्टम / Ranking System इसी काम के लिए बनाया है! यह सिस्टम हमारी सर्च इंडेक्स/ Search Index में सैकड़ों अरबों वेब पेज को क्रम से लगाते हैं ताकि हमें अपने कीवर्ड / Keyword से संबंधित सटीक जानकारी झटपट मिल जाए, साथ ही इन वेब पेजों को को इस तरह से दिखाया जाता है कि हमारे द्वारा खोजी जा रही जानकारी प्राप्त करने में समय भी ना लगे!
इस काम को करने के लिए अर्थात इस रैंकिंग सिस्टम / Ranking System के लिए एक नहीं बल्कि ऍल्गोरिथम / Algorithm की पूरी सीरीज होती है, और हमारे सर्च से संबंधित सबसे अधिक महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कराने के लिए सर्च ऍल्गोरिथम / Search Algorithm कई चीजों पर नजर डालता है! इसमें हमारे
- कीवर्ड / Keyword के शब्द पेज की उपयोगिता और जरूरत के मुताबिक होना,
- उस जानकारी का सही स्रोत,
- आप की लोकेशन और
- आपकी सेटिंग्स शामिल है!
इस पोस्ट में हम Google Search Algorithm के 5 मुख्य तरीकों के बारे में जानेगे, जो है :
- खोज का सही विश्लेषण करना (Meaning of your query)
- आपकी खोज से मिलान करना (Relevance of webpages)
- उपयोगी पेजों की रैंकिंग करना (Quality of content)
- सबसे बेहतर परिणाम देना (Usability of webpages)
- संदर्भ पर विचार करना (Context and settings)
आपके हर सर्च पर लागू होने वाले विशेषता में आपके कीवर्ड / Keyword के हिसाब से अंतर होता है
जैसे एक बार आप किसी शब्द का मतलब खोजना चाहते हैं और दूसरी बार उसी शब्द से संबंधित ताजा खबरें देखना चाहते हैं तो ताजा ख़बरों के मामले में जवाब देते समय वह सामग्री कितनी नई है, इसकी अहम भूमिका होती है!
आपके कीवर्ड / Keyword के लिए गूगल सर्च द्वारा दिए जाने वाले नतीजों को तय करना
आपके द्वारा खोजे जा रहे कीवर्ड का सही विश्लेषण करना
आपके द्वारा गूगल सर्च इंजन पर खोजे जा रहे कीवर्ड का सही मतलब निकालना गूगल की पहली प्राथमिकता होती है! आपकी सर्च क्वेरी की जांच करके उसके शब्दों मतलब समझने के लिए गूगल अपने इंडेक्स/ Index किए गए शब्दों के समूह को सर्च करता है! यदि आप अपने सर्च क्वेरी में किसी वर्तनी की गलती अर्थात किसी शब्द की गलत स्पेलिंग लिखते हैं तब भी उससे संबंधित आसपास के शब्दों का मिलान करते हुए आपको सही नतीजे प्रदान करने की कोशिश करता है साथ में आपको सजेशन मिलता है की आपका यह शब्द गलत है!
आपकी खोज से मिलान करना
गूगल आपके लिए उन पर पेजों को ढूंढता हैं जिन पर आपकी क्वेरी से मिलती-जुलती जानकारी होती है! जब आप कुछ खोजते हैं तो सबसे पहले ऍल्गोरिथम / Algorithm अपने इंडेक्स के जरिए सही में पेज को ढूंढता है, और यह भी जानता है कि वह कीवर्ड पेज पर कितनी बार और कहां दिखाई दे रहा है!
जैसे क्या कीवर्ड मुख्य शीर्षक में, उप शीर्षक में या फिर लेखों के बीच में कहीं दिख रहा है या नहीं ?आपके द्वारा खोजी गई जानकारी आपके काम की है या नहीं इसका सबसे बड़ा संकेत यह है कि वेब पेज पर वही कीवर्ड दिए गए हो जो आपकी सर्च क्वेरी में है! अगर वह कीवर्ड पेज पर किसी हैडिंग सब हेडिंग या टेक्स्ट के रूप में दिखाई देता है तो वह जानकारी आपके काम की हो सकती है!
चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं : जैसे आपने सर्च इंजन पर डिजिटल मार्केटिंग क्या है? क्वेरी डाली तो गूगल सर्च एल्गोरिथम अपने इंडेक्सिंग में सर्च करके यह पता लगाने की कोशिश करता है कि इस सर्च क्वेरी से संबंधित जानकारी किस पेज पर उपलब्ध है ! जाहिर सी बात है आप अपने सर्च रिजल्ट में उसमें पेज को देखना पसंद नहीं करेंगे जिस पर सैकड़ों बार केवल डिजिटल मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग लिखा हो!
गूगल सर्च ऍल्गोरिथम / Search Algorithm इस बात का ध्यान रखता है कि आपके द्वारा सर्च की जाने वाली क्वेरी से संबंधित सही जानकारी आप तक पहुंचाई जाए! जिस पर डिजिटल मार्केटिंग की परिभाषा, इसकी तकनीकी, इसकी विशेष जानकारी, इससे संबंधित इमेज और वीडियो दिए गए हो !
उपयोगी पेजों की रैंकिंग करना
किसी भी क्वेरी के लिए ऐसे हजारों या लाखों में पेज इंटरनेट पर उपलब्ध होते हैं जिन पर दी गई जानकारी आपकी क्वेरी से जुड़ी हो सकती है इसलिए सबसे अच्छे पेज को पहले रैंक करना बहुत जरूरी होता है! ऐसा करने के लिए गूगल ऍल्गोरिथम / Algorithm काम करता है, ताकि वह यह जांच सके की उसके द्वारा रिजल्ट के रूप में दिया जाने वाला पेज आपके लिए किस हद तक फायदेमंद है !
यह ऍल्गोरिथम /Algorithm सैकड़ों अलग-अलग पहलुओं की जांच करके वेब पेज पर उपलब्ध सबसे अच्छी जानकारी ढूंढने की कोशिश करता है! जिन पहलुओं की जांच की जाती है उनमें
- सामग्री का नया होना
- आपके खोज शब्द को कितनी बार दिखाया गया है और
- पेज पर यूजर्स का अनुभव आदि शामिल है
सामग्री के भरोसेमंद और प्रमाणिक होने का आकलन करने के लिए गूगल ऐसी साइट ढूंढता है जिन्हें एक जैसी क्वेरी के लिए बहुत सारे लोगों ने अहमियत दी है!
इंटरनेट पर ऐसी कई सारी स्पैम साइटें है जो धोखेबाजी के तरीकों से सर्च नतीजों में ऊपर आने की कोशिश करती हैं ! जैसे बार-बार किसी कीवर्ड को दोहराना या पेज रैंक को बढ़ाने वाले किसी लिंक को खरीदना यह साइट यूजर्स के अनुभव को खराब करते हैं और गूगल यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं या उन्हें गुमराह कर सकते हैं, इसलिए गूगल किसी स्पैम की पहचान करने और गूगल मास्टर के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वाले साइटों को अपने नतीजे से हटाने के लिए भी ऍल्गोरिथम /Algorithm लिखता है!
सबसे बेहतर परिणाम देना
गूगल ऍल्गोरिथम /Algorithm उन संकेतों का विश्लेषण करता है जो यह दिखाते हैं कि गूगल के सभी यूजर उस नतीजे देख सकते हैं या नहीं जैसे
- साईट अलग-अलग ब्राउज़र के सही तरीके से दिखाई देता है या नहीं !
- इसे डेक्सटॉप टेबलेट या स्मार्टफोन सहित सभी तरह और सभी आकार के डिवाइस के लिए डिजाइन किया गया है या नहीं !
- साथ ही धीमी इंटरनेट कनेक्शन के साथ इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए यह अच्छी तरह काम करता है या नहीं!
संदर्भ पर विचार करना
आपके द्वारा खोजे गए कीवर्ड अर्थात सर्च क्वेरी के संदर्भ पर विचार करने के लिए आप की जगह अर्थात आपकी लोकेशन, आपकी सर्च हिस्ट्री और सर्च सेटिंग जैसी जानकारी उस समय आपके लिए सबसे फायदेमंद और आपकी खोज से जुड़ी नतीजों को दिखाने में मदद करती है! गूगल आपके देश और लोकेशन की जानकारी लेता है, इसकी मदद से आपके क्षेत्र के हिसाब से जुड़ी सामग्री आपको दिखाता है!
तो इस पोस्ट में आपने गूगल के सर्च ऍल्गोरिथम /Algorithm के बारे में जाना! इस पोस्ट में आपने क्या सिखा? अपनी प्रतिक्रया हमें बताएं!
Google Searching, Google Crawling और Google Indexing के बारे में जानने के लिए हमारी यह पोस्ट पढ़ें!